'अखराई' में इस बार प्रस्तुत कर रहा अपने दुनिया की सभी माँओं को समर्पित अपने आगामी कविता संग्रह ' माँ के साथ ' से एक नन्ही सी कविता ' संसार का सबसे बड़ा झूठ ' !
विश्वास है पसंद
आयेगी ।
शुभकामनाओं सहित
µ
संसार का सबसे बड़ा झूठ...
ईश्वर के बारे मे
कोई कहता
तो मान लेता
फिर भी
बात इतनी बेमानी
आज तक किसी ने
नहीं कही
संसार का सबसे बड़ा झूठ है
कि माँ अब नहीं रही...
✍️
प्रेम रंजन अनिमेष