नये वर्ष की शुभकामनाओं के
साथ ‘अखराई’
में इस बार अपना यह नये साल का गीत प्रस्तुत कर रहा हूँ जो
कुछ वर्ष पहले आउटलुक हिंदी के साल के पहले अंक के पहले पन्ने पर प्रकाशित हुआ था
और चर्चित भी । इसे अपनी तर्ज़ और आवाज़ में रिकॉर्ड भी किया है जिसकी एक सुुंदर सुरुचिमय प्रस्तुति लिंक https://youtu.be/ k1GOC1VYyj4 पर उपलब्ध है ।
एक बार पुन: अनेक मंगलकामनाओं
और शुभकामनाओं के साथ
नये वर्ष में...
~
प्रेम रंजन अनिमेष
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मंगलमय हो नया वर्ष ये
शुभ अतिशय हो नया वर्ष ये
पर्वत की ऊँचाई
सागर की गहराई
नभ की अभय उड़ान
मन की मीठी तान
मिले आपको नये वर्ष
में
जल की मृदुल तरलता
बादल की विह्वलता
बच्चों की मुस्कान
शुभ कोई अनजान
मिले आपको नये वर्ष
में
सपनीली सी रातें
भूली बिसरी बातें
रोशन इक पहचान
निखरा नया विहान
मिले आपको नये वर्ष
में
सचमुच की सच्चाई
और भली अच्छाई
भावों का धन धान
अनुभव का अरघान
मिले आपको नये वर्ष
में
दृष्टि नयी 'अनिमेष'
प्रेम प्रखर परिवेश
जीने का अरमान
जीवन का सम्मान
मिले आपको नये वर्ष में
बढ़ें जुड़ें सब नए हर्ष में
सबके हित के नव विमर्श में
जीवन जग के नवोत्कर्ष में...!
जीवन जग के नवोत्कर्ष में...!